शुगर के लक्षण और इलाज की जरू रत के बारे में विस्तार से जानें, शुगर के रोग के प्रमुख प्रति को समझिए और स्वस्थ जीवन शैली और विचार के माध्यम से इसका सही समय पर इलाज करें
हम जो भी कहते हैं उसे हमारा पाचन तंत्र ग्लूकोज बनाकर रक्त में भेज देता है। इसे हमारे शरीर को कोशिकाओं में पहुंचने के लिए इंसुलिन नामक हार्मोन की जरूरत होती है। जब हमारा शरीर इंसुलिन का उत्पादन करने में सक्षम नहीं होता है तो ग्लूकोस रक्त में बढ़ता जाता है, मगर कोशिकाओं के अंदर नहीं घुस पता है यह शुगर कहलाता है।
टाइप 1 – इसमें पैंक्रियाज की बेटा कोशिकाएं पूर्णत नष्ट हो जाती है, और इस तरह शरीर में इंसुलिन का बढ़ना संभव नहीं होता है, अनुवांशिक कारणों, आँटो इम्यूनिटी एवं किसी प्रकार के वायरल संक्रमण के कारण बचपन में ही बीता कोशिकाएं पूर्णत नष्ट हो जाती है। यह बीमारी मुख्ता 12 से 25 वर्ष से कम अवस्था में मिलती है, भारत में यह बहुत ही कम मात्रा 1% से 2% गैसों में ही टाइप – 1 के मरीज पाए जाते हैं। यूरोप विशेषकर स्वीडन एवं फिनलैंड आदि मैं लोगों में टाइप 1 शुगर काफी पाया जाता है। ऐसी मरीज इंसुलिन की सुई अनिवार्य रूप से दी जाती है।
टाइप 2 – भारत में ज्यादातर 90% तक शुगर के रोगियों में टाइप – 2 का शुगर पाया जाता है। ऐसे मरीजों में बिता कोशिकाएं कुछ-कुछ इन्सुलिन बनती है।
शुगर के लक्षण और इलाज
शुगर के कारण
आज भारत में बहुत बड़ी आजादी मधुमेह (Madhumeh) या शुगर (Sugar) के चुंगुल में फस्ती जा रही है। 40 – 45 के उम्र के बाद तो 20% से ज्यादा लोग इसकी गिरफ्त में है आप तो नौजवान और बच्चे भी शुगर की बीमारी का शिकार हो रहे हैं। शुगर एक ऐसा अवस्था है जिसमें शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाती है या शरीर में इंसुलिन तो होता है मगर वह सही तरीके से शुगर नहीं बन पाता। इसे रक्त में इंसुलिन की कमी के कारण ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है।
शुगर निम्नलिखित कर्म से ज्यादा होता है –
- अगर आपके परिवार में किसी को पूर्व में शुगर है तो आपको या बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है।
- मोटापा शुगर का बहुत बड़ा कारण है, मोटे लोग शुगर के जल्दी शिकार हो जाते हैं।
- शरीर में कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा होना या रक्त चाप के असामान्य होने से भी शुगर का खतरा अधिक बढ़ जाता है।
- अधिक शारीरिक श्रम, थकान, मानसिक थकान, तनाव आदि के कारण भी लोग शुगर के शिकार हो जाते हैं।
- अधिक मीठा खाने से भी शुगर हो सकती है।
- जो लोग नियमित रूप से बाहर का खाना खाते हैं उन्हें शुगर होने की आशंका तीन गुना ज्यादा तक होती है।
- स्वस्थ शरीर के लिए कम से कम कर लीटर पानी अवश्य ही पीना चाहिए, कम पानी पीने से भी शुगर होने की अधिक संभावना होती है।
- असमय खाने से जंक फ्रूट खाने, बासी खाने या फ्रिज में ज्यादा दिन तक रख खाने से भी लोग शुगर के जल्दी शिकार हो जाते हैं।
- अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से सौर करना या व्यायाम करना आवश्यक है, एक्सरसाइज न करने से भी शुगर होने का खतरा बढ़ जाता है।
- रात में देर से खाना खाने और खाने के बाद तुरंत सो जाने से भी शुगर / डायबिटीज हो सकती है।
शुगर कम करने का उपाय
शुगर बहुत सी बीमारियों का जनक है, जो धीरे-धीरे पूरे शरीर को खोखला कर देता है। शुगर के कारण का केवल शरीर में बहुत सी बीमारियां घर कर जाती है। वर्णन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता एवं कार्य क्षमता भी काम हो जाती है, लेकिन कुछ उपाय को नियम से करके शुगर को नियंत्रण ही किया जा सकता है वर्णन शुगर से छुटकारा भी पाया जा सकता है। यहां पर हम शुगर के घरेलू किंतु अचूक उपाय बता रहे हैं जो अवश्य ही लाभकारी सिद्ध होंगे –
- गेहूं के पौधों में रोग नाशक गुण होते हैं, गेहूं के छोटे-छोटे पौधों से रस निकालकर प्रतिदिन सेवन करने से भी शुगर नियंत्रण में रहती है।
- मधुमेह / शुगर के मरीज को भूख से थोड़ा काम तथा हल्का भोजन लेने की सलाह दी जाती है। ऐसी में सिर नींबू निचोड़कर खाकर भूख मिटना चाहिए।
- शुगर के उपचार में शलजम का भी बहुत महत्व है शलजम के प्रयोग से भी रक्त में स्थिर शकरा की मात्रा कम होने लगती है, इसके अतिरिक्त शुगर के रोगी को तरोई, लौकी, परवल, पा, पपीता आदि का प्रयोग भी ज्यादा करना चाहिए।
- पेट, पानी के साथ लें और सेवन के बाद कम से कम आधा घंटा और कुछ ना खाएं इसके नियमित सेवन से भी शुगर सामान्य हो जाते हैं।
- वैज्ञानिकों की कई शोध में अदरक शुगर की बीमारी में बेहद कारगर साबित हुई है। ऑस्ट्रेलिया में किए गए एक शोध के अनुसार अदरक का रस खून में शकरा के स्तर को पूरी तरह से नियंत्रित करता है। पुराने से पुराने शुगर में भी जिसमें शरीर के अंग भी प्रभावित हो चुके हो नित्य खाली पेट अदरक का रस बेहतर फायदेमंद है।
- 6. शुगर के उपचार से सोया आटे की रोटी खानी चाहिए। सोयाबीन में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट बहुत कम मात्रा में होता है और यह चीज शुगर में हानिकारक होता है। आता सोयाबीन को पीसकर आते में मिलाकर खाने से मधुमेह नियंत्रण में रहता है।
- मधुमेह / शुगर के शिकार व्यक्ति को अपने आहार में एलोवेरा जूस को अवश्य ही शामिल करना चाहिए। एलोवेरा में मौजूद विटामिन प्रकार के विटामिन, मिनरल्स, खनिज शरीर के सेल स्तर को काम करते हैं जिससे शरीर में शर्करा की मात्रा नियंत्रित होती है वह व्यक्ति चुस्त और दुरुस्त भी रहता है।
- शुगर से ग्रस्त व्यक्ति के लिए अलसी का सेवन उपयुक्त है। अलसी को मिक्सी में पीसकर आटा में मिलकर इसकी रोटी खाएं। इससे शरीर में लंबे समय तक ताकत रहती है।
- मधुमेह / शुगर मैं नित्य अमरूद को सेवन करें। इसी महीने महीन कट कट कर उसे पर सेंधा / काला नमक और काली मिर्च चिड़कर खाना चाहिए इससे शुगर में बहुत ज्यादा आराम मिलता है।
- शुगर कोनी नियंत्रण करने के लिए दक्षिण की तरफ सर करके सोए, अपनी बेडरूम में काम से कम 100 ग्राम का साबुत फिटकरी का टुकड़ा अवश्य ही रखें। इससे शुगर को नियंत्रित करने की सहायता मिलती है।
शुगर के शुरुआती लक्षण
शुगर को तमाम बीमारियों का जनक माना जाता है। शुगर होने के बाद शरीर को बहुत सी बीमारियां आसानी से घेर लेती है। 35 वर्ष के बाद तो नियमित रूप से शुगर की जांच अवश्य ही करनी चाहिए। वैसे बहुत सी ऐसी शुरुआती लक्षण है जिसे शुगर होने का संकेत मिलने लगता है। इसलिए शरीर पर इन लक्षणों की नजर आते ही सावधान हो जाना चाहिए, अपने खान-पान का ध्यान रखें, और कुशल चिकित्सक से शीघ्र ही परामर्श करें
- बार-बार पेशाब आना
- बहुत ज्यादा प्यास लगना
- बहुत से पानी पीने के बाद भी गला सूख जाता है
- खाना खाने के बाद भी बहुत भूख लगा
- मैथिली होना और कभी-कभी उल्टी होना
- हाथ पैर में अकड़न और शरीर में झनझनाहट होना
- त्वचा में रूखापन आना
- चिड़चिड़ापन तथा सिरदर्द
- शरीर का तापमान कम होना
- मांसपेशियों में दर्द
- वजन में कमी आना
यदि हम थोड़ी सी सावधानी बरते, अपने जीवनशैली, खान पान की आदतों में सुधार करें तो इस पर अवश्य ही विजय प्राप्त कर सकते हैं।
शुगर का उपचार
- शक्कर ना खाएं: आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि शक्कर जो आज हमारी रोज की जरूरत बन गई है वह हमारे लिए कितना हानिकारक हो सकता है। वैसे तो शक्कर हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है और इसके कई फायदे हैं, जैसे शक्कर कम ब्लड प्रेशर वालों के लिए वरदान है, डिप्रेशन दूर करने की बात हो या भूख मिटाने की बात हो शक्कर बहुत जरूरी है। लेकिन हम जानते हैं कि किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल हमेशा हानिकारक होता है वही शक्कर के साथ है, शक्कर शुगर (मधुमेह) बढ़ाने में बहुत योगदान देता है। जिन लोगों में शुगर ज्यादा है उन्हें शक्कर बिलकुल छोड़ देनी चाहिए। हमारी रोजमर्रा के कार्यों में भले वह ऑफिस में कंप्यूटर पर बैठकर काम करना या ऑफिस में कोई भी काम हो या कोई भी काम हो सकता है चाय हमारे जीवन में एक बहुत बड़ी जगह लेती जा रही है जो हमारे लिए बहुत ही हानिकारक है। थकान है तो चाय डिप्रेशन है तो चाय, कोई मीटिंग है तो चाय, जो बहुत ज्यादा शक्कर हमारे शरीर में आती है, मगर हम चाहते हैं कि शुगर कम हर करें या कभी शुगर हो ही ना तो चाय जरूर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। कुछ महत्वपूर्ण चीजों पर लगाम लगाकर आप शुगर को कम कर सकते हैं, कोल्ड ड्रिंक में शक्कर की बहुत मात्रा होती है, मिठाइयां जिस में अधिक शक्कर है बड़ी करें आदि आप सोच रहे होंगे कि शक्कर बिल्कुल बंद कर देने से हम कैसे रहेंगे या वह हमारी रोजमर्रा की जरूरत बन चुकी है हम कैसे छोड़ सकते हैं। इसका भी एक उपाय है आप बाजार में शुगर फ्री गली उपलब्ध है जिसका उपयोग करके आप आसानी से शुगर सामान्य कर सकते हैं।
- आलू कम खाएं: अगर आप शुगर के मरीज हैं और चाहते हैं कि शुगर कम या बिल्कुल खत्म हो जाए तो आलू अपने खाने से हटा दीजिए। आलू हमारे शरीर में शुगर बहुत तेजी से बढ़ता है। आलू में कार्बोहाइड्रेट होता है जो शरीर के लिए जरूरी है। अगर आप नॉर्मल है उसके बाद भी हमें आलू कम खाना चाहिए। आलू में विटामिन सी, बी कम अप की परिसर तथा आयरन कैल्शियम, मैगनीज, फास्फोरस तत्व होते हैं तथा आलू को सब्जियों का राजा भी कहा जाता है कोई भी सब्जी हो आलू मिलाओ और सब्जी तैयार यही वह कारण है आलू हमारे जीवन में बहुत उपयोग होता है, लेकिन अगर आपको शुगर है तो आलू छोड़ दीजिए।
- चावल खाना बंद करें: चावल शुगर में बहुत हानिकारक है, अगर आप शुगर सामान्य करना चाहते हैं तो चावल (राइज) बिल्कुल बंद कर दे, और देखिए कि इसका फर्क कितनी जल्दी आपके शुगर लेवल पर पड़ता है। चावल वैसे दक्षिण भारत में बहुत ज्यादा खाया जाता है और वहां का प्रमुख आहार माना गया है, चावल को वैसे भारत भी कहते हैं। स्वादिष्ट होने के बावजूद यह शुगर मरीज के लिए बहुत ही हानिकारक है और शुगर बढ़ता है। चावल या चावल की बनी कोई भी चीज आपको नुकसान पहुंचा सकती है इसलिए चावल बंद कर दीजिए, और आप इसका असर खुद ही देखेंगे।
- चिकनाई (आयल) कम खाए: चिकने मतलब आयल जो न सिर्फ शुगर मरीज के लिए हानिकारक है बल्कि हर आम आदमी के लिए जरूर से ज्यादा आयल शारीरिक संतुलन को बिगाड़ सकता है। इसलिए शुगर मरीज को स्पेशली चिकनाई बहुत कम खाना चाहिए। आजकल बाहर बाजार में मिलने वाली ज्यादार डीजे भले वह कजोरी, समोसा, पकोड़ा, पूरी हो सभी में आयल की मात्रा होती है इसलिए बाहर मिलने वाली इन चीजों पर लगाम लगा कर हम अपने शरीर में स्थिति शुगर के केवल को कम कर सकते हैं। कुछ लोगों की आदत होती है खाने में बहुत ज्यादा घी खाना इसलिए हो सके तो घी को अपने खाने से थोड़ा काम कर दीजिए। घी वैसे शरीर के लिए बहुत उपयोगी है लेकिन अगर हम इसे जरूर से ज्यादा खाएंगे तो यह हमें हानि पहुंचा सकता है इसलिए अगर आप शुगर मरीज है तो मेरे ख्याल से तो घी को बंद ही कर दीजिए। जो आपकी शुगर लेवल को कम करने में बहुत योगदान देगा।
- सुबह टहलने चालू करें: वैसे तो हर बीमारी को खत्म करने के लिए कुछ स्पेशल व्यायाम होते हैं पर यह व्यक्ति व्यस्त दिनचर्या के कारण आराम से बैठकर व्यायाम भी नहीं कर पाते हैं इस टॉपिक में इस हम आपको बता रहे हैं कि शुगर को सामान्य करने में सुबह टहलने कितना लाभकारी होता है। सुबह टहलने की कई सारे फायदे हैं जिनमें जैसे अगर आप सुबह टहलते हैं तो आपकी हड्डी मजबूत होगी अगर आप सुबह टहलते हैं तो यह आपका वजन को कम करने में भी बहुत योगदान देता है। तनाव कम होगा शुगर बहुत आश्चर्यजनक तरीके से सामान्य होता है सुबह टहलने से बहुत सारे लाभ मिलते हैं साथ ही यह शुगर सामान्य भी बहुत तेजी से होता है। अब सवाल है कि सुबह की समय टहलना जाना चाहिए – आप अपनी दिनचर्या के हिसाब से सूर्य उदय से पहले वॉकिंग पर जा सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण है कि आपको सिर्फ उतना चलना है जितनी आपके शरीर में क्षमता है अगर क्षमता से ज्यादा चलने की कोशिश करेंगे तो इसके आपका शरीर जल्दी थक जाएगा। इसलिए जरूरी है कि अपनी क्षमता का सही इस्तेमाल किया जाए।
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FAQ:
पुरुषों में शुगर के लक्षण क्या है ?
यह लक्षण व्यक्ति के शुगर के स्तर पर आधारित होते हैं यानी कि कुछ लोगों को लक्षण होते हैं और कुछ लोगों को नहीं होते हैं।
शुगर होने पर कितनी रोटी खानी चाहिए ?
आपके डॉक्टर आपके शुगर के स्तर उम्र वजन और आपकी आरामदायक गतिविधियों के आधार पर आपके लिए सही आहार की सिफारिश कर सकते हैं।
क्या शुगर में दूध पीनी चाहिए ?
डायबिटीज के मरीजों को अपने आहार में ध्यान पूर्वक दूध शामिल करना चाहिए।
भूखे पेट शुगर कितनी होती है ?
वह आपके स्वास्थ्य स्थिति पर निर्धारित करता है। वह अनुमानित तौर पर 70–99mg/dl के बीच होता है।
क्या शुगर में दही खा सकते हैं ?
दही एक स्वस्थ और पोषण आहार हो सकता है लेकिन इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा होती है जिससे रक्त शर्करा स्तर को प्रभावित किया जा सकता है।
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