शुगर के आयुर्वेदिक नुस्खे के अनुसार shugar को नियंत्रण में रखने के लिए आयुर्वेदिक उपचार और उपाय योग्य आधार और प्राकृतिक उपचार के माध्यम से शुगर के प्रबंधन में मदद करता है।
शरीर के स्वास्थ्य के लिए शुगर (डायबिटीज) का नियंत्रण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है और आयुर्वेद में कई प्राकृतिक नुस्खे भी शामिल है जो इसमें सहायक हो सकती है। जो तुलसी के पत्ते डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं इसके लिए आप रोज तुलसी के पत्तों को खाना या तुलसी की चाय पी सकते हैं। जो अमला या आंवला भी डायबिटीज के लिए अत्यंत फायदेमंद होता है। करेले का रस रक्त को संचार करने में मदद करता है जो जामुन की गुठली का पाउडर भी इसमें सहायक हो सकता है आयुर्वेद के अनुसार हम जानेंगे कि शुगर के आयुर्वेदिक इलाज के लिए किन-किन चीजों का प्रयोग किया जा सकता है –
शुगर के आयुर्वेदिक इलाज
- काला जामुन: यह ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है और हृदय संबंधी बीमारियों से शरीर को दूर रखता है।
- टमाटर: शुगर के रोगी के लिए टमाटर बहुत लाभदायक है। मूत्र में शक्कर आना धीरे-धीरे कम हो जाता है प्रमेह में भी यह उपयोगी है।
- गाजर: गाजर का रस 310 ग्राम पालक का रस 185 ग्राम मिलाकर नमक, जीरा डालकर पीने से शुगर रोग में फायदा होता है।
- मधुमेह के रोगी नित्य जामुन खानी चाहिए। जामुन की गुठली का चूर्ण आधा चम्मच शाम को पानी के साथ लेने से शर्करा आना ठीक हो जाता है।
- दिन में दो बार मूली खाने से या मूली का रस पीने से मधुमेह में लाभ होता है।
- मैथी दाना 60 ग्राम बारीक पीसकर एक गिलास पानी में भिगो दे। इसे 12 घंटे बाद छानकर पिए। इस प्रकार सुबह शाम दो बार निश्चित रूप से 6 सप्ताह पीने से मधुमेह ठीक हो जाता है इसके साथ मेथी के हरे पत्तों के सब्जी भी खाएं।
- बाबुल के गोद का चूर्ण 3 ग्राम पानी के साथ अथवा गोदुग्ध के 7 दिन में तीन बार निश्चित रूप से लेना चाहिए मधुमेह के लिए यह एक लाभकारी सरल प्रयोग है।
- बाबुल की कोमल पत्तियां उखाड़ कर लाएं और उन्हें सिल पर जल योग से पीसे साथी 4.5 काली मिर्च भी डाल दे और छान कर पीवे। इससे भी शुगर में लाभ संभव है प्रात: सायं दोनों समय पावे।
- गूलर के पत्ते शुगर में लाभकारी है। उन्हें पानी के साथ सिल पर ठंडाई के समान घोट कर पीना चाहिए। यदि कब्ज या अपचयन की शिकायत ना हो तो इस योग से लाभ उठाया जा सकता है।
- गूलर का पाक फल वृक्ष से तोड़कर ताजा खाना भी हितकर है, ऊपर से ताजा पानी ही लेना चाहिए।
- शुगर के मरीजों को भूख से थोड़ा काम तथा हल्का भोजन करने की सलाह दी जाती है ऐसे में खीरा, नींबू निचोड़ कर खाकर भूख मिटना चाहिए।
- नीम देश में प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले नीम के पत्ते स्वाद में कड़वे होते हैं पर इसमें बहुत सी खासियत है नेम इन्सुलिक रिसेप्टर सेंसटिविटी बढ़ाने के साथ-साथ शिराओं वी धमनियों में रक्त प्रवाह को ठीक करता है और हाइपो ग्लाइकेमिक ड्रिंक सफर निर्भर होने से बचाना है। नुस्खा बेहतर नतीजे के लिए नीम के पत्तों का रस रोज सुबह खाली पेट लें।
- शुगर उपचार में शलजम का भी बहुत महत्व है। शलजम के प्रयोग से भी रक्त में स्थित शर्करा की मात्रा कम होने लगती है। इसकी अतिरिक्त शुगर के रोगी को तरोई, लौकी, परवल, पपीता आदि का प्रयोग भी ज्यादा करना चाहिए।
- 6 बेलपत्र, 6 नीम के पत्ते, 6 तुलसी के पत्ते, 6 बैगनबेलिया के हरे पत्ते, 3 सबूत काली मिर्च ताजी पत्तियां पीसकर खाली पेट, पानी के साथ ले और सेवन के बाद कम से कम आधा घंटा और कुछ ना खाएं, इसके नियमित सेवन से भी शुगर सामान्य हो सकती है।
- नारियल का तेल डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। नारियल के तेल में कुछ खास और दुर्लभ वसा अनु होते हैं जो आपकी कोशिकाओं को बिना इंसूलिन की मदद से आहार प्रदान करता है।
- आंवला शुगर के रोगियों के लिए विटामिन "सी" की परचूर मात्रा के कारण आंवला व करेले का रस मिलाकर प्रतिदिन पीते रहे तो इससे उसके शरीर में इंसुलिन की तथा रक्त में शर्करा की भी पूर्ण होती है। शुगर के रोगी आंवला जामुन की गुठली तथा करेले का चूर्ण बनाकर निश्चित रूप से एक चम्मच ले तो काफी लाभ होता है।
- आम: शुगर प्रारंभिक स्थिति में हो तो आम के कोमल पत्तों का रस अथवा प्रातः काल उनका काढ़ा बनाकर पिए। इससे रोग आगे नहीं बढ़ेगा तथा गंभीर रूप धारण नहीं करेगा। आम के पत्तों को सुखाकर उनके चूर्ण बनाकर एक-एक चम्मच चूर्ण पानी के साथ दिन में दो बार लेने से निश्चित रूप से लाभ होता है। आम वह जामुन का रस समान मात्रा में मिलाकर पीने से शुगर में काफी लाभ होता है। आम की गुठली का चूर्ण बनाकर 3 ग्राम की मात्रा में दिन में तीन से चार बार पानी के साथ सेवन करने से मूत्र में शर्करा की मात्रा कम होती है वह शुगर के रोगी की प्यास शांत होती है।
- चकोतरा: यदि चकोतरा काफी मात्रा में लिया जाए तो शुगर के चूर्णत: समाप्त होने की प्रबल संभावना रहती है। चकोतरा के सेवन से शरीर में स्टार्च की मीठा स और वसा में कमी आती है जो शुगर के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है। शुगर के रोगियों को 2 से 3 चकोतरे निश्चित रूप से सेवन करना चाहिए।
शुगर में लाभदायक क्रिया
करेला शुगर मरीज के लिए एक वरदान है, अगर आपको शुगर है तो करेले से आपको एक गहरा संबंध बनाना पड़ेगा क्यों की यही एक चीज है जिसमें वह क्षमता है जो शुगर को सामान्य कर सकती है। करेले का प्रयोग हम विभिन्न तरीके से कर सकते हैं जो हम इस टॉपिक में आपको बताने जा रहे हैं –
- करेले की सब्जी: आपके खाने में रोज एक सब्जी होनी चाहिए वह है करेले की सब्जी। करेले की सब्जी शुगर मरीज को बहुत लाभदायक है कुछ लोग करेले की सब्जी बनाते समय करेले को बिल्कुल भून लेते हैं पर ऐसा नहीं करना चाहिए, करेले को बिल्कुल भून लेने पर उसमें मौजूद कड़वा पन बिल्कुल समाप्त हो जाता है इसके बाद करेले की सब्जी खाने का कोई लाभ नहीं वह सिर्फ स्वाद के लिए खाई जा रही है। करेले में मौजूद कड़वा पन ही तो वह कारण है जो शुगर को सामान्य करता है। तो अब अगर आप शुगर सामान्य करने के लिए करेले की सब्जी बनाना चाहते हैं तो यह बात जरूर ध्यान में रखें
- करेले का जूस: रोज सुबह टहलने के बाद करेले का जूस आपकी सेहत के लिए बहुत लाभदायक है स्पेशली शुगर मरीज के लिए। अपनी रोज की दिनचर्या में करेले का जूस तब तक पिए जब तक की शुगर कंट्रोल में न आ जाए। करेले के जूस से आप शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं।
- करेले का चूर्ण: करेले को सुखाकर उसका चूर्ण बनाकर खाली पेट लेने से आप शुगर कंट्रोल कर सकते हैं। करेले का चूर्ण भी शुगर को बहुत तेजी से काम करता है अचूक विधि – करेले को कूट करिया मिक्सी में पीसकर उसका जूस निकाल कर उसे एक बड़े बर्तन में रखे और मरीज के दोनों पर उसे में डालने को कहीं और मरीज द्वारा पैरों को लगभग 15 – 20 मिनट तक चलना चाहिए या जब तक मरीज के जीव में कड़वापन ना आ जाए। जब मरीज के जीभ में कड़वापन आ जाए तो पर हटा लेने चाहिए और यह कम 20 दिन से 1.5 महीने तक करना चाहिए इसके आश्चर्य जनक परिणाम मिलेगा।
- जामुन का प्रयोग: जामुन भले ही एक साधारण सा फल हो लेकिन इसमें वह पावर है जो शुगर को कई हद तक सामान्य कर सकती है। शुगर वाले व्यक्ति हो जामुन बहुत ही लाभदायक माना गया है। जामुन का भी हम कई तरीके से प्रयोग कर सकते हैं कई लोगों का मानना है कि जामुन का सिरका पीने से शुगर के मरीज को बहुत जल्दी लाभ मिलेगा और शुगर का लेवल भी सामान्य होगा। इसके बीज भी बहुत लाभदायक है जामुन के बी को धो ले और उसके बाद सुख ले, सुख लेने के बाद उसको पीस को पीसने के बाद जो चरण बनेगा उसे एक डब्बे में रख लीजिए। उसके बाद रोज सुबह खाली पेट सादा पानी के साथ लेने से इस चमत्कारिक परिणाम दिखेंगे। यह भी माना गया है कि जामुन खाने के पहले और बाद में 15 मिनट तक दूध नहीं पीना चाहिए। आप जामुन का एक और नुस्खा भी प्रयोग कर सकते हैं, जामुन के चार हरे नरम पत्ते बारीक पीस 70 मिलीलीटर पानी में रगड़कर छान ले उसके बाद सुबह 10 दिन तक लगातार पिए। (उससे ज्यादा नहीं) फिर 2 महीने बाद वापस प्रयोग में ले सकते हैं इससे आपकी शुगर सामान्य हो जाएगी।
- अंजीर के पत्ते: शुगर सामान्य करने में अंजीर के पत्ते का भी बहुत बड़ा योगदान है। इसकी सहायता से भी आप शुगर के लेवल को कुछ हद तक सामान्य कर सकते हैं। इस टाइप में हम आपको अंजीर के पत्तों को कैसे इस्तेमाल करें यह बताने जा रहे हैं – सबसे पहले अंजीर के साथ से 8 पत्ते ले उसके बाद इन पत्तों को हल्की आज पर उबलने रख दे 5 से 6 मिनट बाद सारे पेट निकल ले उसके बाद वह बचा हुआ गुनगुना पानी पी ले यह आप के शुगर सामान्य करने के बहुत हेल्प करेगी। अंजीर के पत्तों को आप ऐसे ही बचा कर खा सकते हैं यह भी बहुत फायदेमंद साबित होगा।
- लौकी का उपयोग: लौकी किसी भी रूप में हो शुगर के मरीज के लिए बहुत उपयोगी होती है। लौकी को आप अलग अलग तरीके से उपयोग में ले सकते हैं –
- लौकी का जूस – लौकी का जूस शुगर के मरीज को लेना चाहिए जिससे यह शुगर का लेवल सामान्य करता है, हां एक बात और याद रहे यह जूस अगर खाली पेट लिया जाए तो बहुत ही लाभदायक होगा।
- लौकी की सब्जी – लौकी की सब्जी शुगर के मरीज को जरूर खानी चाहिए। महत्वपूर्ण है सब्जी में ज्यादा तेल मसाला नहीं होना चाहिए हो सके तो लाल मिर्च की जगह हरी मिर्च का प्रयोग करना चाहिए।
- लौकी का रायता – अगर आप खाने के साथ लौकी का रायता लेते हैं तो यह भी आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा यह शुगर का लेवल कंट्रोल करता है।
- लहसुन का उपयोग: लहसुन भी शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। लहसुन को सुबह-सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ चबाकर खाना चाहिए। टमाटर, खीरा, करेला और सदाबहार के पांच फूल या फिर 5 से 6 नीम के पत्ते का जूस बनाकर लेने से भी शुगर कंट्रोल होता है। काले चने को रात में दूध में भिगो दे फिर सुबह उठते ही उन देंगे हुए जनों का सेवन करने से शुगर कम होता है। एलोवेरा के जूस में हल्दी मिलाकर पीने से बहुत फायदा होता है।
- बरगद का प्रयोग: बरगद के पेड़ की छाल भी शुगर मरीज के लिए उपयोगी मानी गई है। 20 से 25 ग्राम बरगद के पेड़ की छाल लेकर उसे कूट ले उसमें आधा लीटर पानी डालकर उसे उबाले और उसका कड़ा बना ले जब चौथाई पानी बच जाए तो उसे उतार कर जान ले फिर उसे ठंडा होने पर मरीज को पिला दें। इसे रोजाना 8 10 दिन तक सेवन करने से शुगर सामान्य होने लगता है। और इसका सेवन सुबह शाम करें तो अधिक फायदा होगा।
- आंवला का उपयोग: आप वाला को कई तरीके से उपयोग में ले सकते हैं यह शुगर कंट्रोल करता है। आंवला का जूस ले या फिर आवाले का चूर्ण खाली पेट सादे पानी से लेना चाहिए। आवाले का मुरब्बा या फिर आवाले का अचार भी खाने से शुगर के मरीज को बहुत ही आराम मिलता है।
- मैथी का प्रयोग: मैथी दाना को रात को एक का पानी में भिगो दे सुबह होते ही उसे पानी को पी जाए कथा उसे पानी में से सारी मैथी दाना निकल कर खाने से शुगर सामान्य होने लगती है। मैथी दाना को आप सब्जी, चूर्ण या फिर चटनी बनाकर भी ले सकते हैं। इसका प्रयोग रोज करने से शुगर बहुत जल्दी सामान्य हो जाता है।
- आम का पत्ते: आम के पत्ते को चबाकर खाने से या इसका चूर्ण लेने से शुगर कंट्रोल में बहुत हेल्प करती है। इस चूर्ण को खाली पेट लेना चाहिए और हो सके तो दिन में दो बार ले कर शुगर कंट्रोल की जा सकती है।
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FAQ:
शुगर की देसी दवा क्या है ?
कौन सी दवा सबसे अच्छी है यह डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है क्योंकि यह रोगी के स्थिति और उनके रोग के प्रकार पर निर्भर करता है।
मधुमेह के तीन मुख्य लक्षण क्या है ?
मधुमेह जैसे डायबिटीज भी कहा जाता है कि कुछ मुख्य लक्षण निम्न है बढ़ा हुआ तीव्र प्यास, बढा हुआ भूख, थकान और कमजोरी यह मधुमेह के कुछ कारण हो सकते हैं।
शुगर में कितनी बार पेशाब आता है ?
शुगर में पेशाब की आवृत्ति व्यक्ति के रोग के प्रकार और उनके व्यक्तिगत परिस्थितियों पर निर्भर करती है। आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में कुछ बार पेशाब करना पड़ता है यह आवश्यक है क्योंकि उनके शरीर में ग्लूकोज का सही तरीके से उपयोग होता है।
क्या भूखे रहने से शुगर बढ़ती है ?
भूखे रहने से शुगर बढ़ाने का कोई सापेक्ष प्रमाण नहीं है।
शरीर में शुगर क्यों बढ़ती है ?
शुगर के बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इंसुलिन के अपुष्टि, आहार, व्यय, उम्र, आदि मुख्य कारण हो सकते हैं।
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