पुरुषो में हार्मोन की कमी के लक्षण के बारें में जानकारी
हार्मोन क्या है, और पुरुषों मैं पाए जाने वाली हार्मोन की कमी कई कर्म से हो सकती है, इसे एंडोक्राइन सिस्टम की विभिन्न समस्याओं के कारण माना जाता है यह कमी विभिन्न चरणों में हो सकती है और इसके सामान्य कारण निम्न हो सकते हैं –
Fatty Body –
वैसे मोटापा की किसी भी लिहाज से उचित नही माना जा सकता और मोटापे मतलब होता है अनेक बीमारियों को स्वयं नियंत्रित करना, अगर आप मोटे हैं या शरीर पर अनावश्यक चर्बी जमा है तो Testesteron Level Reduce हो सकता है, और शरीर में Testesteron की कमी आ सकती है, इसके लिए नियमित व्यायाम और नापाक तुला खाना खाने का प्रयत्न करें।
Tension –
आजकल की दौड़ भाग वाली लाइफ में तनाव होना एक आम बात है, लेकिन अधिक तनाव होना, शरीर के Testesteron में कमी लाने का कारण हो सकता है, जब से व्यक्ति समझ पड़ता है उसे टेंशन नामक बीमारी अपनी बेड़ियों में कैद करने के लिए तत्पर हो जाती है और संभवत सिर्फ मृत्यु ही इसे छुटकारा दिला सकती है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि इस काम नहीं किया जा सकता, अपना ध्यान और दिमाग को किसी अच्छी जगह लगाए, योग, प्राणायाम, मेडिटेशन खेलकूद और अपनी रुचि के मुताबिक कार्य की और रुक करें, मैं यह नहीं कहता कि इस सबसे टेंशन नमक रक्षाश मर जाएगा, किंतु आप उससे अधिक से अधिक अपने आप को दूर रखने में सफल हो जाएंगे।
Food –
अधिक कार्बोहाइड्रेशंस युक्त भोजन और प्रोटीन की कमी भी Testesteron reduce कर देते है, “विटामिन सी” वाले पदार्थ का सेवन Testesteron का लेवल बढ़ा सकता है, जैसे स्ट्रॉबेरी और नारियल का किसी भी रूप में सेवन करने से Testesteron शरीर में काफी स्तर तक बढ़ता है।
Avoid Sweets –
मिठाई को हमारे खाने में अव्वल स्थान प्राप्त है, चाहे कोई भी शुभ कार्य हो या मृत्यु मिठाई खाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है, यहां तक की भगवान को भोग स्वरूप भी अधिकांश मिठाई ही चढ़ाई जाती है, ऐसे में भला कोई मीठे से दूर रहे भी तो कैसे लेकिन हर किसी चीज की एक लक्ष्मण रेखा होती है जिसे लगने का अर्थ है कष्ट को निमंत्रण देना, मीठा अधिक खाना या मीठे पदार्थ का अधिकांश सेवन से बॉडी में Testesteron की कमी हो जाती है क्योंकि इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है। जिन व्यक्तियों को (शुगर डायबिटीज) रोग होता है, उनके शरीर Testesteron की कमी आ जाती है।
यौन हार्मोन की दखल:
आमतौर पर यह बताया जाता है कि जिनके यकृत में वसा की अधिक मात्रा नहीं होती, उनके भीतर S.H.W की नाम के एक प्रोटीन की अधिकता होती है, यकृति में वसा का जमाव होने पर इन प्रोटीन का अनुपात तेजी से घर जाता है। यह प्रोटीन पुरुषों में टेस्टेस्टेरॉन और महिलाओं में हाइड्रोजन जैसे लिंगासापेक्षा यौन हार्मोन की निर्माण करता है, डॉक्टर काफी समय से जानते हैं कि मधुमेह होने में इन हार्मोन की भी भूमिका होती है, अमेरिका में हार्डन विश्वविद्यालय की शोधकर्ता भी इसी नतीजे पर पहुंचे हैं। जब रक्त में इस खास प्रोटीन की अधिक मात्रा मधुमेह की रोकथाम करता है।
थायराइड उत्तेजक हार्मोन:
थायराइड उत्तेजक हार्मोन रक्त परीक्षण Thyroid – Stimulating Hormone (TSH) एक ऐसी जांच है जिसके द्वारा थाइरॉयड ग्रंथि में पैदा होने वाली समस्याओं का पता लगाया जा सकता है। जब हाइपोथर्मिया द्वारा एक पदार्थ थायरोटोपिन उत्तेजक हार्मोन (TSH) का निर्माण करता है तो इस वक्त TSH भी बनता है तब TSH बनना शुरू होता है। TSH के कारण थाइरॉयड ग्रंथि दो प्रकार के हार्मोन ट्राइआयोडोथायरोनिन (टी 3) और दूसरा थायरोक्सिन (टी 4) का निर्माण करती है। ये दोनों ही हार्मोन हमारे शरीर के उपापचय (Metabolism) को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
ट्राइआयोडोथायरोनिन (टी 3) और थायरोक्सिन (टी 4) ऐसे हार्मोन है जो पहले तीन वर्षा में मस्तिष्क के सामान्य विकास के लिए बेहद आवश्यक हैं। ऐसे बच्चे जिनकी थायराइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन (जन्मजात हाइपोथाइरॉयडडिज्म) नहीं बन पाती, इस तरह के बच्चे गंभीर रूप से मध्य बुद्धि भी हो सकते हैं। सिर्फ 3 साल तक के बच्चे ही नहीं बल्कि इसे बड़े बच्चों में भी थायराइड हार्मोन का समस्या रूप से विकसित होना जरूरी है। थायराइड उत्तेजक हार्मोन की जांच टी 3 और टी 4 के साथ की जाती है।
यह जानने के लिए की थायराइड ग्रंथि ठीक से कम कर रही है या नहीं। यदि थायराइड ग्रंथि (हाइपोथाइरॉयडडिज्म) सामान्य से कम काम करे तो इसका नतीजा, वजह बढ़ना, सुखी हुई त्वचा, कब्ज, ज्यादा ठंड लगना और तेज माहवारी रक्तस्राव के रूप में नजर आता है। यदि थायराइड (अतिगलग्रंथिता) अत्यधिक तेजी से कम करें तो इसका नतीजा वजन घटाना, हृदय तेज धड़कन घबराहट, दस्त, ज्यादा गर्मी लगना और अनियमित महामारी जैसे रूपों में सामने आता है। जरूर से ज्यादा असक्रिया थायराइड ग्रंथि (हाइपोथाइरॉयडडिज्म) की जानकारी के लिए। TMH स्तर के द्वारा यह पता लगाया जा सकता है। की हाइपोथाइरॉयडडिज्म कहीं थायराइड ग्रंथि के नष्ट होने की वजह से तो नहीं हुआ है या फिर इसका कोई और कारण है। जैसे की पिट्यूटरी ग्रंथि या हाइपोथेलेमस के समस्या ग्रस्त होने से हाइपोथाइरॉयडडिज्म से पीड़ित व्यक्तियों को थायराइड प्रति स्थापना चिकित्सा का उचित ध्यान रखना चाहिए।
यानी उन्हें जानकारी होनी चाहिए कि कब किस दवा को बदलना है। जिन लोगों को हाइपोथाइरॉयडडिज्म का इलाज चल रहा है उसकी थायराइड ग्रंथि की कार्य विधि पर भी नजर रखनी चाहिए। उनके लिए उपचार के रूप में एंटीथायराइड चिकित्सा, शल्य चिकित्सा, या विकिरण चिकित्सा किसी भी जरूरत हो सकती है इसके अलावा नवजात शिशु में भी सक्रियता से नीचे थायराइड ग्रंथि (जन्मजात हाइपोथाइरॉयडडिज्म) की जांच होनी चाहिए।
लिप्टन हार्मोन:
लिप्टन हार्मोन का एनर्जी है या नहीं अगर इस हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है तो यह दिमाग को बार-बार भूख लगे का संकेत देता है, जिसके कारण लोगों को बार-बार भूख लगती है और ज्यादा खाने से वजन बहुत तेजी से बढ़ता है जिसके कारण आप मोटे हो जाते हैं।
इसको बैलेंस कैसे करें:
रोज व्यायाम करें, कम से कम 30 मिनट तक और 7 घंटे की नींद जरूर ले इससे यह हार्मोन बैलेंस रहेगा और आपका मोटापा भी कंट्रोल में रहेगा जो प्रोटीन डाइट ले और को पेट खाना खा शुगर अवॉइड करे।
इंसुलिन हार्मोन:
या हार्मोन बॉडी को फैट स्टोर करने का संकेत देता है, अगर बॉडी में इसका लेवल बढ़ता है तो फट भी बहुत तेजी से बॉडी में बढ़ता है, जिसके कारण आपका मोटा होना चाहिए।
इसको बैलेंस किस प्रकार करें –
- शुगर लेना अवॉइड करें
- शराब व धूम्रपान का सेवन बिलकुल न करें
- व्यायाम करें कम से कम 20 मिनट तक
कटीसोल हार्मोन:
या हार्मोन बॉडी में स्ट्रेस पैदा करता है और स्ट्रेस भी मोटापे का एक मुख्य कारण है, जो व्यक्तियों स्ट्रोक में रहता है उसका वेट बहुत तेजी से बढ़ता है।
इसे बैलेंस किस प्रकार करें –
- रोज 30 मिनट तक योग और मेडिटेशन जरूर करें
- कॉफी व चाय पीना कम करें
- शराब व सीक्रेट बिल्कुल ना पिए।
FAQ:
पुरुष अपना हार्मोन बढ़ाने के लिए क्या खाएं ?
प्राकृतिक रूप से प्रोटीन से भरपूर फ्रूट, अनार, प्याज और लहसुन, अच्छी लें।
पुरुष में पाए जाने वाले हार्मोन क्या है ?
टेस्टोस्टरोन के साथ इंसुलिन और थायराइड प्रमुख पुरुष हार्मोन माना जाता है।
पुरुषों में हार्मोन की कमी से क्या होता है ?
मानसिक समस्याओं के होने की संभावना बढ़ जाती है।
कौन सा हार्मोन भूख को बढ़ाता है ?
लेप्टिन एक हार्मोन है, वसा ऊतक और छोटी आंत से प्राप्त होता है।
कौन सा हार्मोन पुरुषों और महिलाओं की और आकर्षित करता है ?
पुरुष को महिलाओं की ओर आकर्षण के ऑस्ट्रोजन के कारण होता है।
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