मानव वृद्धि हार्मोन: प्रतिस्थापन एवं चिकित्सा

इस लेख में मानव वृद्धि हार्मोन के विकास में कमी को जानेंगे

ग्रोथ ग्रोथ हार्मोन डिफिशियंशी ( Growth hormone deficiency, अथवा वृद्धि, विकास हार्मोन की कमी) एक चिकित्सा कमी है जो पीयूष ग्रंथि में का आने वाली समस्या के कारण होती है तथा इसमें शरीर को पर्याप्त वृद्धि हार्मोन नहीं मिल पाता है।

मानव वृद्धि हार्मोन

संकेत और लक्षण :

यह प्रभाव 3800 बच्चों में से एक में पाया जाता है। इसके बाद बड़े बच्चों में यह इतनी ही मात्रा में बढ़ती जाती है जिसका इलाज रेडियोथैरेपी से किया जाता है, याद पिया संख्या प्राप्त करना मुश्किल है।

मानव विकास हार्मोन:

मानव विकास हार्मोन (Somatotrotropin) कर सकते हैं, बुलाया भी हो सकता है, यह एक प्रोटीन एमिनो 190 (प्रोटीन के ब्लॉक) एसिड होता है जो तुतारी ग्रंथि द्वारा निर्मित है जिससे हार्मोन है, वहां 2 मुख्य HGH लाभ, दोनों जिनमें से अत्यधिक सक्रिय मानव शरीर के लिए महत्वपूर्ण के रूप में आप नीचे देख रहे हैं एक मुख्य लाभ HGH कोशिकाओं अन्य प्रकार के प्रत्यक्ष प्रभाव पर अपनी है, मानव विकास हार्मोन लक्ष्य कोशिकाओं पर अपने रिसेप्टर को बांधता है, तो निश्चित कार्यवाई बनता है, उदाहरण के लिए HGH के लक्ष्यों मैं से एक है वसा कोशिकाओं, तू वे मानव विकास हार्मोन रिसेप्टर है, वहां पहुंचने बंधुआ, मानव विकास हार्मोन का कारण बनता है उन्हें नीचे तोड़ने के लिए ट्राइग्लीसराइड और उनके ऊपर लेने की क्षमता को दबा और परिश्चलित lipods, जो HGH वास भंडारण रोका जा सकता है। इसका मतलब जमा मानव विकास हार्मोन भी 1 का, IGF स्त्राव से कारण शरीर में प्रभाव बनाता अन्य अप्रत्यक्ष, एक इंसुलिन की तरह मानव विकास हार्मोन, HGH 1, कारणों. इसका प्रक्रिया को HGH कि ज्यादातर विकास से संबंधित प्रभावों को नियंत्रित, सीएन नसीएनएन सर्दी विशेषज्ञ करते हैं – हाल की आंकड़े बताते हैं कि विकास के कैंसर वर्तमान पहले से ही दोनों में वृद्धि हुई स्टार की वृद्धि कारण जैसे इंसुलिन, जो Erythropoietin हार्मोन और विकास की तरह मानव का है जो में परिवार विकास सेल विकास रक्त को उत्तेजित करता है कारण है और लाल, नई कैंसर से लड़ने वाले ड्रग्स से कुछ वास्तव में कुछ बांध वृद्धि कारकों से काम करते हैं।

हार्मोन प्रतिस्थापन चिकित्सा:

जब महिलाओं का मानसिक धर्म (पीरियड) बंद हो जाता है। रजोनिवृत्ति उत्पन्न होने से पहले (पेरिमेनेपोज) एस्ट्रोजन जो मानसिक धर्म चक्र को नियंत्रित करता है उसमें बहुत अधिक उतार-चढ़ाव होता है। हार्मोन में होने वाले इन परिवर्तनों के कारण योनि में सूखापन आने लगता है, पसीना निकलता है और नींद की आदत में बदलाव होता है। इस तरह के परिवर्तनों का प्रबंध करने के लिए कुछ महिलाओं को हार्मोन दिया जाता है और इस हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) या राजू निवृत्ति हार्मोन थेरेपी के रूप में जाना जाता है। हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी ऑस्ट्रियोरोसिस की रोकथाम में भी सहायता कर सकता है। हालांकि हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के संबंध में स्ट्रोक हृदय रोग और स्थान कैंसर के जोखिमों की सूचना प्राप्त हुई है। (HRT) के जोखिम महिला दर महिला और (HRT) के प्रकार पर भिन्न हो सकते हैं।

हार्मोन रिप्लेसमेंट:

केवल एस्ट्रोजन (प्रोजेस्टरोंन नही) –

यदि केवल एस्ट्रोजन का उपयोग किया जाता है, तू इन महिलाओं में गर्भाशय की कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। यदि गर्भाशय निकाल दिया गया है तो केवल एस्ट्रोजन दी जाती है। (एस्ट्रोजन थेरेपी) और प्रोजेस्टरोंन नहीं दी जाती है। जिसका उपयोग गर्भाशय की परत को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है।

युक्त HRT (एस्ट्रोजन + प्रोजेस्टरों) –

प्रोजेस्टरों के साथ एस्ट्रोजन तब दी जाती है जब महिला का गर्भाशय और अक्षुण्ण हो (संयुक्त थेरेपी)।

सतत युक्त एचआरटी –

एस्ट्रोजन + प्रोजेस्टरोंन को रोजाना एक साथ लिया जाना चाहिए। दिन में एक बार 28 दिनों तक। (कोई रक्तस्त्राव नही)

क्रमिक एचआरटी –

पहले 14 दिनों तक एस्ट्रोजन दी जाती है और उसके पहले 14 दिनों तक एस्ट्रोजन + प्रोजेस्टरोंन दी जाती है। (कोई मासिक रक्तस्त्राव नही)

आपको इस प्रकार के एचआरटी की आवश्यकता होगी इसका निर्णय आपकी मानसिक धर्म की स्थिति के आधार पर लिया जाता है। (यदि आप रजोनिवृत्ति में है या पिछले एक वर्ष से आपकी मानसिक धर्म पूर्ण रूप से बंद हो चुके हैं)।

एचआरटी विभिन्न वीडियो द्वारा की जाती है:

पैच –

इसमें केवल एस्ट्रोजन या एस्ट्रोजन + प्रोजेस्टरोंन का उपयोग किया जाता है। इसी सप्ताह में एक या दो बार कमर के नीचे लगाया जाता है लघु और दीर्घ अवधि की लक्षणों से राहत मिलती है।

जेल –

इसे साफ, शुष्क, अभंग त्वचा की एक निश्चित हिस्से पर लगाया जाता है।

गोलियों –

इसका सेवन दिन में केवल एक बार किया जाता है और इसमें एस्ट्रोजन या एस्ट्रोजन + प्रोजेस्टरोंन होता है।

योनि से दिया जाने वाला एस्ट्रोजन (लोकल) –

योनि की सुसकता या मूत्र संबंधी लक्षणों को मिटाने के लिए यानी क्रीम, यानी टैबलेट्स, यानी रिंग या यानी पिसारिस (एक प्रकार का चिकित्सीय उपकरण) का उपयोग किया जाता है। रजोनिवृत्ति संबंधी लक्षणों और दीर्घ अवधि लक्षणों में लोकल एचआरटी प्रभावशाली नहीं होगी।

हार्मोन बैलेंस फ्रूड:

मानव शरीर जो है वह एक तरह से सबसे अधिक (efficiency) लिए हुए हैं और इसका राज छुपा है हमारे द्वारा ग्रहण किए जाने वाले भोजन मैं और ऐसे में आपकी भोजन का पौष्टिक होना जरूरी है। और इसी तरह पौष्टिक भोजन जरूरी है और इसमें कुछ अवयव शामिल होने जरूरी है जो आपके (hormones) को बैलेंस करने के लिए आवश्यक है ऐसे ही कुछ जरूरी तत्व है फूलगोभी और पत्तेदार गोभी, दालचीनी, ओट, अनार और डार्क वाली चॉकलेट लड़कियों के लिए तो यह आसान ही है।

फूलगोभी –

गोभी में वैसे तो ज्यादा कुछ नहीं होता लेकिन फिर भी इसमें पाए जाने वाले फालतू न्यूट्रिशंस होता है जो एक खास तरह के हार्मोन को बढ़ाने से रोकता है जिसे व मेटाबॉलिज्म कहते हैं इस हार्मोन के बढ़ने से ट्यूमर का खतरा बढ़ जाता है।

दालचीनी –

दालचीनी सर्वत्र पंसारी की दुकान से उपलब्ध होती है और इस से इंसुलिन हार्मोन के संतुलन मैं शरीर को सहायता मिलती है और आपको पता ही है कि इंसुलिन के लेवल की गड़बड़ी की वजह से ही शुगर जैसी खतरनाक बीमारी हमारे शरीर में घर कर लेती है। साथी दालचीनी के दूसरे कोई भी सेहत के फायदे हैं यह हमारे शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल को भी काम करता है जिसकी वजह से हेल्थ की बीमारियों के चांसेस काम हो जाते हैं और जो लोग हेल्थ की बीमारी से ग्रस्त है उनके लिए यह हार्ट अटैक का खतरा भी काम हो जाता है। और क्योंकि यह इंसुलिन को कंट्रोल करता है जिसकी वजह से हमारे रक्त में शुगर की मात्रा को भी काम करता है जिसकी वजह से डायबिटीज का खतरा भी काम हो जाता है।

ओर.जौ –

जौ गेहूं के समान ही अनाज होता है जिसका प्रयोग कई तरह से किया जाता है गांव में जब किसी व्यक्ति को पाचन से जुड़ी बीमारी होती है तो पाचन क्षमता को बढ़ाने के लिए कई तरह के धान को मिलकर उसका आता सेवन करने के लिए recommend करते हैं जिससे जौ भी शामिल होता है और इसमें विटामिन और मिनरल्स के साथ प्रोटीन और फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है यह भी दालचीनी के समान ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में सहायता करता है।

अनार –

अनार सर्वाधिक विटामिन और पोषक तत्वों से भरपूर होता है यह वजन की बाजार में आम फलों के मुकाबले अनार की कीमत कहीं अधिक होती है अनार में ऐसे कुछ तत्व होते हैं जो महिलाओं में होने वाले estradiol hormmone के लेवल की अधिक हो जाने या अनियमित हो जाने पर कैंसर होने की संभावना होती है।

योग –

भारत को योग के रूप में विरासत में एक ऐसी विधा मिली है जो हमारे अच्छा विकास के लिए शानदार तरीके से लाभदायक है और शायद यही वजह है कि भारत में अपेक्षित योग विद्या को दुनिया भर में अब लोग अपना रहे हैं आप भी योग हेल्थ बेनिफिट्स को जानते हुए योग को अपनी लाइफ में अपना सकते हैं योग भी हॉरमोन लेवल्स को बनाए रखने में बेहद कारगर है।

डार्क चॉकलेट –

आपको यह एडवांस मिली की चॉकलेट खाना दांतों और सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है लेकिन यह भी पूरा सच नहीं है क्योंकि ड्रॉप चॉकलेट आपकी हेल्थ और हार्मोन के balance के अच्छा होता है, क्योंकि इसमें पाए जाने वाली तत्व tryptophan और phenylethylamine तो आपके दिमाग के लिए आवश्यक जरूरी हारमोंस के लेवल को बरकरार रखने में आपकी अच्छी खासी हेल्प करता है लेकिन इसके सेवन के लिए चॉकलेट वही अच्छी है जिसमें कम से कम 70% कोको की मात्रा हो। इसके अलावा tryptophan सोया फ्रूट्स जैसे की सोयाबीन में भी बहुत मात्रा में पाया जाता है। वही टूना मछली भी tryptophan का अच्छा स्रोत हो सकती है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

LazyLoad.txt Displaying LazyLoad.txt.